वित्त वर्ष 2022 में जहां 4,18,184 शिकायतें मिलीं, वहीं वित्त वर्ष 2023 में ये आंकड़ा बढ़कर 7,03,544 हो गई
होम लोन की दरें अभी दशक में सबसे कम स्तर पर हैं और इससे कोविड-19 की मार झेल रहे इस क्षेत्र को कुछ राहत मिल रही है.